जाने क्यों कहते हैं श्रीहनुमान जी को “अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता”

जाने क्यों कहते हैं श्रीहनुमान जी को “अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता” अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता । अस बर दीन्ह जानकी माता।। यह हनुमान चालीसा की एक चौपाई जिसमे तुलसीदास जी लिखते है कि हनुमानजी अपने भक्तो को आठ प्रकार की सिद्धयाँ तथा नौ प्रकार की निधियाँ प्रदान कर सकते हैं ऐसा सीतामाता ने उन्हे वरदान दिया । यह अष्ट सिद्धियां बड़ी ही चमत्कारिक होती है जिसकी बदौलत हनुमान जी ने असंभव से लगने वाले काम आसानी से सम्पन किये थे। आइये अब हम आपको इन अष्ट सिद्धियों, नौ निधियों और भगवत पुराण में वर्णित दस गौण सिद्धियों के
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