कहावत जात्रा -४||Proverbs travel|| छैलू चारण छैल

आज री कहावत :- आपरी अेक फूटी रो दुख कोनी, पाड़ोसी री दोन्यू फूटणी चाहिजै| अर्थात अधिकांश लोग अपने दुखों से अधिक दूसरों के सुखों से दुखी रहते है| ...
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