ॐ जय लक्ष्मी माता | Om Jai Laxmi Mata | Minakshi Majumdar | Laxmi Mata Bhajan | Aarti Lakshmi Ji Ki

Maa Laxmi Ki Aarti by Minakshi Majumdar | Om Jai Lakshmi Mata | Mahalaxmi Bhajan मीनाक्षी मजूमदार द्वारा माँ लक्ष्मी की आरती |ॐ जय लक्ष्मी माता | महालक्ष्मी भजन लक्ष्मी समृद्धि और भाग्य की देवी मानी जाती है । लक्ष्मी माता को “दुनिया की माँ“ होने का श्रेय दिया जाता है। देवी महा लक्ष्मी को भी धन, समृद्धि, भाग्य, शक्ति की देवी के रूप में वर्णित किया गया है और वह प्रेम और सौंदर्य का अवतार हैं। अपने पहले अवतार में, पुराणों के अनुसार, वह ऋषि भृगु और उनकी पत्नी ख्याति की बेटी थीं। वह बाद में दूध के सागर से उत्पन्न हुई थी, जो कि मंथन के समय क्षीर-सागर के नाम से जाना जाता था। शुक्रवार के दिन धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा होती है। इस दिन उनके ही शक्ति रूप मां दुर्गा की भी पूजा की जाती है | अधिकांश लोगों का ऐसा मानना है कि मां लक्ष्मी की पूजा सिर्फ धन प्राप्ति के लिए की जाती है जबकि इनकी दिल से अराधना करने वाले जातक को मां यश भी प्रदान करती हैं। मां लक्ष्मी की पूजा करने वाले व्यक्ति का दांपत्य जीवन सुखमय रहता है और जीवन में कभी धन की कमी नहीं होती | The singing of Lakshmi Aarti has its significance during Lakshmi Puja in Hindu Festivals like Diwali, Lakshmi-Ganesh Puja, and Varamahalakshmi Vrata, and Lakshmi-Kubera puja, to name a few. Lakshmi Puja can be performed every day Ritual to perform Lakshmi Aarti After taking a bath, light two ghee earthen lamps (Diyas). Offer Prasada to the goddess. Perform the Lakshmi Aarti. To please the Goddess, offer red color flowers. Laxmi ji ki Aarti Lyrics in Hindi लक्ष्मी जी की आरती लिरिक्स हिन्दी ओम जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता। तुमको निशिदिन सेवत, हरि विष्णु विधाता॥ ओम जय लक्ष्मी माता॥ उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता। सूर्य-चंद्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता॥ ओम जय लक्ष्मी माता॥ दुर्गा रुप निरंजनी, सुख सम्पत्ति दाता। जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता॥ ओम जय लक्ष्मी माता॥ तुम पाताल-निवासिनि, तुम ही शुभदाता। कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी, भवनिधि की त्राता॥ ओम जय लक्ष्मी माता॥ जिस घर में तुम रहतीं, सब सद
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